फखरपुर गांजा भांग सराब यह कोई आम बात नही है फखरपुर की मुख्य वजह बेरोजगारी है शिक्षा व्यवस्था है ~Furkan S Khan - The Fakharpur City
फखरपुर में बिक रहा सरकारी लाइसेंस से गंजा भांग (बेरोजगारी भाग संख्या 4)
फ़ाइल फ़ोटो फखरपुर सिटी |
फखरपुर गांजा भांग सराब यह कोई आम बात नही है यहां यह खेल सदियों से चलता आरहा है आप इसे फखरपुर की संस्कृति का एक हिस्सा भी कह सकते हो कभी आप ने यह सोचा है कि यहां के युवा नसेड़ी क्यों बन रहे है इसके जुम्मेदार हम सब खुद है
- क्या आप ने कभी यह सोचा है फखरपुर में एक मुस्लिम तपका कितना पिछड़ा है हुआ है क्या कभी आप ने इनकी शिक्षा व्यवस्था रोजगार के बारे में फिकर की है फखरपुर में एक मुस्लिम का ऐसा भी तपका रहता है जो बड़े मदरसा में भी नही पढ़ सकता सकती है मैं तो बहुत सुक्रगुज़ार हूँ श्री मौलाना सिंकंदर जी का जो उस तपके को किसी तरह शिक्षा व्यवस्था दे रहे हैं इस चीज़ पे कोई ध्यान नही दे रहा है
क्या आप को मालूम है फखरपुर में सबसे ज्यादा बेरोजगारी मुस्लिम समुदाय के पास है कभी जाकर देख लेना हर दूसरे घर से एक टैक्सी ड्राइवर और ठेला घसीटने वाला ही निकलेगा क्या कभी किसी ने इन सब पर ध्यान दिया है देखो इसी लिए मैं कभी गलत सलत किख देता हूँ जय अखिलेश जय बबवा जय बहनजी करने से कुछ नही होता है यह जब चुनाव होता है तभी मुस्लिमो को याद करते हैं फिर भूल जाते हैं
फखरपुर के मुसलमानों को नेताओं ने भी कम धोका नही दिया है मुझे अच्छी तरह से याद है एक बार शिव कुमार ओझा भाषण दे रहे थे यह बात उस समय की है जब फखरपुर विधानसभा हुआ करता था उनका एक जुमला था अगर हमारी सरकार आयी सत्ता में तो हम फखरपुर को फूल बना देंगे यहां के युवाओ को अच्छी शिक्षा व्यवस्था और रोजगार देंगे खैर वो सत्ता में आया और करीब चार साल तक राज किया कुछ भी नही किया उसने जब विधानसभा कटा वो भी सारा फखरपुर के विकास का पैसा लेकर महसी भाग गया
ऐसे बहुत से नेता भाषण देके धोका दिए हैं रामतेज यादव जी भी एक बार फखरपुर जीप स्टैंड पर भाषण दे रहे थे हम सत्ता में आई अगर तो यह जो टैक्सी चलते हैं ठेला घसीटते हैं हम इनको अच्छा काम देंगे खैर वो तो विधायक बने नही मुकुट बिहारी बर्मा जी जीते फिरभी सरकार सपा की थी उन्होंने भी कुछ नही किया
- और मुकुट जी का क्या कहे वो तो बेचारे बोलते ही नही कुछ उनको तो ऐसे ही सब ने वोट दिया क्यों की मोदी जी ने इतनी स्मार्ट सिटी बनाने का वादा जो किया था फिरभी फखरपुर वहीं पर है जहां पहले था
फखरपुर की मुख्य वजह यही है कि यहां पर 70 फीसदी लोग बेरोजगार और अशिक्षित हैं जब तक यहां पर मुस्लिम समुदाय की शिक्षा व्यवस्था और रोजगार पे ध्यान नही दिया जाता है तब तक यहां पर विकास असंभव है
फखरपुर में विकास होगा भी कैसे यहां पर ग्राम प्रधान कोटेदार जिला पंचायत से लगाकर विधायक संसद सब तो चोर हैं
- कोटेदार गरीबों को सही से गल्ला नही देता है ग्राम प्रधान सड़क नही बनाता है जिला पंचायत मोहले की RCC नही बनाता है लेखपाल जमीन कब्जा नही दिलाता है विधायक संसद पुलिस को दबाता है तो कहां से विकास होगा
मैं भी इन्ही रास्ते से गुजर चुका हूँ मुझे भी इन सब चीजों का अनुभव है पिता जी के देहांत के बाद मैंने फखरपुर में जिन परिस्थितियों का सामना किया है इसकी केवल एक कल्पना ही कि जासकती है यह सच है अगर मैं गांव से बाहर नही आता तो आज सरकारी व्यवस्था ने हाथ में कटोरा थमा दिया होता मैंने भी आत्महत्या करने की कोशिश की है कई बार मैंने भी नाश किया है क्यों कि जिस रास्ते पे हम सब जा रहे हैं वो रास्ता ही नसे से सुरु होता है
मैं तो एक बहुत छोटा सा नमूना हूँ मेरी बात किसी को भी बुरी लग सकती है इसी लिए में जो भी लिखता हूँ उसकी उम्मीद नही करता हूँ कि इससे किसी के ऊपर असर पड़ेगा
लेकिन इतना जरूर कहूंगा इन सब चीज़ से लड़ना है तो शिक्षा व्यवस्था और बेरोजगारी से लड़ना होगा तभी फखरपुर का विकास और नशे की लत हटाना संभव है खास कर फखरपुर में मुसलमानों का विकास बहुत जरूरी है फखरपुर में
और हाँ फखरपुर में गंजा भांग जो बिक रहा है उसका सरकारी लाइसेंस हैं उनसब विक्रेताओं के पास मैंने एक वीडियो ट्वीट करके Uppolice से कड़ी कार्रवाई की मांग की थी बहराईच पुलिस का जवाब आया था की विक्रेताओं के पास भांग भेचने का सरकारी लाइसेंस है और गांजा नही बिकता है लिंक नीचे है
करीब 4 साल पहले इसकी शिकायत हमने फखरपुर थाना प्रभारी जी से की थी उस वक्त संजय जी थे तब मेरी नही सुनी गए थी गांजा फखरपुर में आज से नही बहुत साल से बिक रहा है जिसमे अब बच्चे भी बर्बाद हो रहे हैं @Uppolice @digdevipatan सर कड़ी कार्रवाई करये इनके ऊपर @bahraichpolice pic.twitter.com/TutRnrqFBh
— Furkan S Khan (@furkanskhan) June 24, 2018
थाना प्रभारी फखरपुर द्वारा अवगत कराया गया है कि थाना क्षेत्र में कुछ भांग की सरकारी ठेके की दूकानें हैं। जिनसे भांग की बिक्री होती है और उनके पास इसका लाइसेंस है। गांजे की बिक्री की शिकायत मिथ्या है।
— BAHRAICH POLICE (@bahraichpolice) June 24, 2018
फ़ाइल फ़ोटो फखरपुर सिटी |
अगर आप को लगे कि यह लेख सही है तो शेयर करें यह लेख बेरोजगारी का चउथा भाग है इससे पहले 3 लेख लिख चुका हूँ जो गूगल पे The Fakharpur City सर्च करके पढ़ सकते हो शुक्रिया
फखरपुर वाले शेयर करे जमकर हिम्मत करके जज्बात लिखे हैं इसमे (बेरोजगारी भाग संख्या 4) कोई भी चाहे लेख कॉपी कार सकता है ...
Posted by Furkan S Khan on Sunday, June 24, 2018
No comments